मंगलवार, 20 अप्रैल 2010

तेरा जाना दिल के अरमानों का लूट जाना

भैया जी का इरादा खराब नहीं था । बस बात इतनी है कि निशाने पर आ गए । राजनीति के शिवपालगंज में थरूर भैया की एंट्री रंगनाथ की तरह हुई । तौर तरीकों में विदेशी थरूर भैया देसी माहौल में खप पाते , इससे पहले ही खपा दिए गए । क्या करें, इतने कम दिनों में गंजहापन सिखना भी आसान नहीं था । खैर ये बात तो सरेआम खुद थरूर साहब ने भी मानी है कि राजनीति में नौसिखुआ होने का खामियाजा उन्हे भुगतना पड़ा है । लेकिन भैया जी ने गलतियां भी कम नहीं की । कैटल क्लास के बवाल पर ‘बाल बाल बचे’ की चेतावनी को थरूर ने गंभीरता से लिया नहीं । और विदेश मंत्रालय की फाइलें निपटाते निपटाते क्रिकेट में उलझ गए । आईपीएल की कोच्चि टीम से थरूर का लगाव जायज है और किसी को इस पर भला क्या ऐतराज हो सकता है । शरद पवार या अरूण जेटली पर तो कभी किचड़ नहीं उछला । शिवपालगंज में ऐसे मामलों पर कोई ध्यान देता भी नहीं । दिक्कत तब हुई जब थरूर ने राजनीति और क्रिकेट के असली संबंधों को समझे बगैर गलत शॉट लगा दिया । आईपीएल के गोरखधंधे में जरूरत डेलीकेट कवर ड्राइव की थी और आपने सीधे सहवाग के अंदाज में लांग ऑन पर छक्का मार दिया । अब क्या था, बौखला गए मोदी साहब । दूसरी गलती , शिवपालगंज की राजनीति में सब कुछ माफ है लेकिन जब किसी गैर राजनीतिक सुंदर महिला की एंट्री होती है तो बवाल होना तय है । थरूर के चाहने भर से शिवपालगंज की हिप्पोक्रेसी रातों - रात तो दूर नहीं हो सकती । इसलिए नहीं हुई और अति आत्मविश्ववास के कारण थरूर भैया नप गए ।सच पूछिए तो, भैया जी आपसे बड़ी उम्मीदें थी। आपकी अंग्रेजी और आकर्षक व्यक्तित्व, देश के बड़े काम आ सकता था । मैडम का भी यही मानना था । लेकिन क्या करें ,हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पर दम निकले । कांग्रेस के शनिचरों को आकलन आपने ठीक से नहीं किया और नतीजा...बड़े बेआबरू होकर कूचे से हम निकले । अब फुर्सत है , आराम से टिवटर पर देश विदेश के तरक्की पसंद लोगों से गूफ्तगू कीजिए । शुभकामनाएं

5 टिप्‍पणियां:

amritwani.com ने कहा…

bahut sundar



shekhar kumawat


http://kavyawani.blogspot.com/

Randhir Singh Suman ने कहा…

nice

नरेश सोनी ने कहा…

बढ़िया है।

दिलीप ने कहा…

badhiya...

http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/

डॉ .अनुराग ने कहा…

वैसे एक बात तो है इन साहब से मीडिया को भी बहुत मोहब्बत थी ......ये भी सच है